
सूरजपुर। जिले से ऐसी शर्मनाक घटना सामने आई है जिसने पूरे शिक्षा तंत्र की पोल खोलकर रख दी है। नारायणपुर के हंसवानी विद्या मंदिर में KG-2 के एक मासूम बच्चे को सिर्फ इसलिए रस्सी से बांधकर पेड़ पर लटका दिया गया, क्योंकि उसने होमवर्क नहीं किया था। यह अमानवीय हरकत न सिर्फ शिक्षा की मर्यादा को तार-तार करती है, बल्कि बच्चों की सुरक्षा पर भी बड़ा सवाल खड़ा करती है। बच्चे को घंटों पेड़ से बांधकर लटकाए रखने का वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, पूरे क्षेत्र में गुस्से की लहर दौड़ गई।
जिले में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने शिक्षा के नाम पर चल रहे अत्याचारों की नई परिभाषा लिख दी। नारायणपुर के हंसवानी विद्या मंदिर में KG-2 के एक नन्हे बच्चे को सिर्फ होमवर्क न करने के कारण रस्सी से बांधकर पेड़ पर लटकाया गया। सजा ऐसी कि सुनकर रूह कांप जाए—और पीड़ित था एक 5-6 साल का मासूम, जिसका कसूर था कि उसने कॉपी में काम पूरा नहीं किया। घटना तब सामने आई जब एक ग्रामीण ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया। वीडियो में बच्चा पेड़ से झूल रहा है और नीचे खड़े टीचर हंसते दिख रहे हैं। जैसे ही वीडियो फैला, गांव में आक्रोश फूट पड़ा—लोगों को यकीन नहीं हुआ कि स्कूल बच्चों को पढ़ाने के नाम पर ऐसा तंत्र चला रहा था। वीडियो वायरल होने पर ग्रामीणों ने जब स्कूल का घेराव किया तो हालात और शर्मनाक हो गए। स्कूल के ऑपरेटर सुभाष शिवहरे ने शिक्षकों का बचाव करते हुए कहा— “बच्चा नहीं सुन रहा था, इसलिए बस थोड़ा डराने के लिए लटकाया था… यह तो छोटी सी सजा है।” उनका यह बयान इस बात का सबूत है कि स्कूल में यह ‘सिस्टम’ सामान्य बात बन चुका था। सवाल यह उठता है—अगर यह छोटी सजा थी, तो बड़ी सजा कैसी होगी?





